Monday, July 30, 2018

हरिद्वार, दिनाँक 29 जुलाई 2018,



चेतन ज्योति विद्यालय के सभागार में आयोजित एक साधारण  समारोह में सुप्रयास कल्याण समिति द्वारा अपने शिक्षा अभियान में आर्थिक रूप से कमजोर किन्तु प्रतिभावान 50 छात्रों की वार्षिक शिक्षा व्यय के वहन का उत्तरदायित्व लिया गया।
प्राप्त सौ से अधिक आवेदनों में से चयन समिति -श्रीमती हर्ष कालरा ,श्री सोमित डे ,श्री अजय जोशी, श्री कौशल किशोर जी मित्तल आदि -द्वारा सर्वाधिक योग्य एवम मजबूर 50 छात्रों चयन वर्ष 2018 -19 के लिए किया गया था।
चयनित छात्रों के नामों की घोषणा श्री राकेश जी जायसवाल ,प्रमुख आपदा प्रबंधन विभाग, शांति कुञ्ज के सानिंध्य में किया गया। श्री जायसवाल जी ने अपने संबोधन में बच्चों व उनके अभिभावकों को शिक्षावान बनने के साथ विद्यावान भी कैसे बनें ,अवगत कराया, उन्होंने बताया कि पुराकाल में भारत मे कोई निरक्षर नही था ,कोई बेरोजगार नही होता था ,उस समय शिक्षा सर्वतोमुखी व बहुआयामी व संस्कार पूरित होती थी।हमें उसी प्रकार अपनी शिक्षा को ग्रहण करने की विधि अपनानी होगी। उन्होंने सुप्रयास के कार्यों को सराहा और अपना पूर्ण सहयोग संस्था को देने का आश्वाशन दिया।
  श्री नवल किशोर जी गुप्ता, श्री राजेन्द्र नाथ गोस्वामी आदि ने बच्चों को उनके भावी जीवन हेतु सही दिशा में गतिमान रहने को कहा।
इस अवसर पर गतवर्ष अपनी परीक्षाओ में विशिष्ट अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रोत्साहन चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह की कुछ झलकियां :-

Thursday, July 26, 2018

गुरुपूर्णिमा के इस समर्पण पर्व पर अपनी गुरुसत्ता के दिव्य संरक्षण में सतत प्रगतिपथ पर अग्रसर रहें।

Sunday, July 15, 2018

सेवा साधना से ऊब क्यों ?

सेवा साधना से ऊब क्यों ?
मैंने इतना तो कर लिया, क्या अब सदा मैं ही करता रहूँगा। दूसरों को सेवा कार्य करना चाहिए। ऐसा सोचना उचित नहीं। सेवा कार्य आत्मा की आवश्यकता का पोषण है।
किसी पर एहसान करने के लिए दूसरों के सहायक और उपकारी बनने के लिए, अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने के लिए भी नहीं, यश के लिए भी नहीं, सेवा का प्रयोजन आत्मा की गरिमा को अक्षुण्ण रखने और उसका जीवन साधन जुटाये रखने के लिए है आत्मा का स्वभाव है - प्रेम और प्रेम की परिणति है सेवा। उससे छुट्टी कैसी? उससे ऊब क्यों ? उसे छोड़ा कैसे जा सकता हैं?
जो सेवा की आवश्यकता और महत्ता को समझता है। उसे उससे कभी भी ऊब नहीं आती। जो ऊबता हो समझना चाहिए, अभी उसे सेवा का रस नहीं आया।

Tuesday, June 5, 2018

रक्तदान महायज्ञ

आज 5 जून 2018 को शांतिकुंज, हरिद्वार के शताब्दी हॉस्पिटल में 350 शिविरार्थियों व कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों ने रक्तदान महायज्ञ में भाग लिया। जिसमें 250 लोगों का रक्तदान लिया गया।